धनुष की टंकार में, पृथ्वी के विनाश में ढूंढो मुझे, मैं कौन हूं मैं कौन हूं। धनुष की टंकार में, पृथ्वी के विनाश में ढूंढो मुझे, मैं कौन हूं मैं कौन...
शहर में दम-सा घुटने लगा है, आओ!चलें अब गांव की ओर। शहर में दम-सा घुटने लगा है, आओ!चलें अब गांव की ओर।
आने वाले कल की फ़िक्र से ज्यादा बीते हुए कल की यादों में डूबे रहने का ज्यादा मन करे। आने वाले कल की फ़िक्र से ज्यादा बीते हुए कल की यादों में डूबे रहने का ज्यादा ...
मेरे लब पे प्यारी सी मुस्कान आ गयी। मेरे लब पे प्यारी सी मुस्कान आ गयी।
क्या पता, कब, कहां मिल जाए सोलमेट। क्या पता, कब, कहां मिल जाए सोलमेट।
क्यूँकि उनकी होली रंगीन नहीं हो पाती पर कटु पर सत्य जरूर है। क्यूँकि उनकी होली रंगीन नहीं हो पाती पर कटु पर सत्य जरूर है।